Fundraiser Ended! This fundraiser ended on June 10, 2020
_'एक भारत: साक्षर भारत'_
सबपढ़ें और आगे बढ़ें
सामाजिक उद्देश्य के लिए यह अभिनव शुरू किया। मकसद कभी आर्थिक लाभ कमाना नहीं है। मकसद एक ही है, गरीब जरूरतमंद बच्चे, जो पढ़ना चाहते है उन्हें निश्शुल्क बेहतर शिक्षा देना है। इस अभिनव पहल को आगे बढाने के लिए आप सबके उदार सहयोग की अति आवश्यकता है। कोशिश और मिशन का उद्देश्य हर जरूरतमंद बच्चों को शिक्षित करना है।
समाज को सरकार नहीं बदलती, बल्कि समाज सेवा में जुटे फरिश्ते बदलते हैं। समाज के लिए कुछ करने की सोच भले ही कई लोग रखते हों, लेकिन इस जज्बे को बहुत कम लोग ही पूरा कर पाते हैं। गरीब और असहाय लोगों का नाम सुनकर जहां एक ओर सभी निजी स्कूल उनके दाखिला करने में हिचकिचाते हैं। वहीं दूसरी ओर गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों के बच्चों को शिक्षित करने की सोच हमने अपने जेहन में उतारी।
कहते हैं ज्ञान बांटने से बढ़ता है और जितना शिक्षा का दायरा बढ़ता है, उतनी ही इंसान तरक्की करता है।
बच्चों की हर जरूरत होगी पूरी
यह अभिनव पहल झुग्गियों में रहने वाले हर गरीब जरूरतमंद बच्चो को शिक्षा उपलब्ध कराना है। यहां पर न केवल शिक्षा दी जाएगी बल्कि उन्हें स्कूल ड्रेस, बुक्स, बैग, जूते और खाना भी मुहैया करवाया जाएगा।
आम जन के उदार सहयोग से यह 'एक भारत: साक्षर भारत 'संचालित है।
*एक कदम समाज सेवा की ओर*
महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है। तेजी से फैलने ओर वैक्सीन, टीको की कमी के कारण बीमारी पर अंकुश लगाना मुश्किल हो गया है।
भारत में कोरोनावायरस लॉकडाउन के बीच, इसने लाखों दिहाड़ी मजदूरों, नौकरों, निर्माण श्रमिकों, दैनिक मजदूरों, रिक्शा-खींचने वालों, गुब्बारा बेचने वालों, और इसी तरह के अन्य लोगों को प्रभावित किया है, जिनके पास अगले कुछ समय के लिए अपने परिवारों को खिलाने के लिए आय का कोई साधन नहीं है। आप सबको पता है कोरोना वायरस से पूरी दुनिया बेहाल है। आबादी का हर हिस्सा प्रभावित है, काम धंधे रुक गए हैं, मजदूरों को काम नहीं मिल रहा, इस बीच आशंका जताई जाती है कि इस महामारी की सबसे बड़ी कीमत बच्चों को चुकानी पड़ेगी। युक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 4- 6करोड़ बच्चों को भीषण गरीबी से जूझना पड़ सकता है
यह महत्वपूर्ण है कि ऐसे समय में हम एकजुटता दिखाएं और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं। एक कदम समाज सेवा की ओर बढ़ाए।
हम महामारी से लड़ने के लिए अधिक जागरूक और तैयार करने के मिशन पर है। उसी के लिए फंड जुटाने के लिए हमने यह अभियान शुरू किया है।
हर मदद के लिए संकट के समय में इन परिवारों का समर्थन करने की जरूरत है। आपका उदार दान यह सुनिश्चित कर सकता है कि बच्चो का जीवन अंधकार में जाने से बच जाए।
अभी दान करें और इस धनराशि को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें और अधिक से अधिक धन जुटाने में हमारी मदद करें और हर किसी की मदद करें।
हमें अपने काम को जारी रखने और अपना काम पूरी दक्षता के साथ करने की आवश्यकता है। हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप इन कोशिशों के समय में उदारता से दान करें और अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चो की मदद करें।
समाजसेवा का कोई विशेष क्षेत्र या पैमाना नहीं होता, एक शिक्षक अपने ज्ञान के प्रकाश से उन गरीबों की जिंदगी को रोशन करते हैं, जो धनाभाव में आधुनिक शिक्षा से वंचित थे।
इस लॉकडाउन की मार सबसे ज्यादा गरीब तबके के लोगों पर पड़ी है।
हम पर भरोसा करे :
हम समझते हैं कि हमारे कई समर्थक स्वयं आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं। हालाँकि, हम यह भी सुनिश्चित करते हैं कि मानवता के इस समय में एक दूसरे की मदद करने के लिए, हम आप में से कुछ को आगे बढ़ने के लिए कह सकते हैं और इस स्थिति से निपटने के लिए धन जुटाने में मदद कर सकते हैं। मुझ पर भरोसा करो, यहां तक कि सबसे छोटा योगदान हमारे लिए मायने रखता है।
हमारा मिशन क्या है?
हम गरीब, जरूरतमंद बच्चों को आत्म-जागरूक, जिम्मेदार और रचनात्मक व्यक्तियों के रूप में शिक्षित समाज विकसित करने की कल्पना करते हैं, जो बदले में अपने स्वयं के समुदाय, अपने समाज को बदल सके और सामाजिक विकास में योगदान कर सके। हमारा इस अभिनव की पहल करने का मूल मकसद एक ही है 'समाज में हर तबके के जरूरतमंद बच्चे को शिक्षा मिले'
हाल ही में, हमने छात्रों के एक आवासीय बैच की शुरुआत करने का विचार कर रहे है, ताकि समग्र रूप से उनकी शिक्षा को अधिकतम किया जा सके। उनका दिन योग, ध्यान, खेल और कृषि से शुरू होता है और बहुभाषी वार्तालाप और स्किट के साथ समाप्त होता है। हमें चरम आनंद तब मिलता है जब हम उन्हें फलते-फूलते और खूबसूरती से खिलते देखते हैं।
लेकिन धन के अभाव के कारण हम करने में असमर्थ है।
हम कौन है?
हम रचनात्मक चिकित्सकों और सलाहकारों के एक बड़े परिवार द्वारा समर्थित समर्पित और विकसित शिक्षकों का एक छोटा परिवार हैं। समग्र शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से हमारी समझदारी और सीखने की अपनी यात्रा पर निरंतर प्रतिबिंब से तत्पर है। हम अपने बच्चों, पौधों और फसलों की तरह खुद को विकसित होते हुए पाते हैं।
यह एक सार्थक जीवन के प्रति जरूरतमंद बच्चो के शिक्षा की हमारी कहानी है। और यह आपके बिना पूरा नहीं होगा। आप, दयालु समर्थक, यही कारण है कि हम इतनी दूर से आपके पास आए हैं। और आपका समर्थन हमारे बच्चों को उनकी यात्रा में और आगे ले जाएगा।
यह आपका समर्थन ही होगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि हमारे समाज के हर बच्चे को निशुल्क शिक्षा मिले। फीस 0%
यह आपका समर्थन ही होगा, जो हमें लड़कियों के लिए ट्यूशन उपलब्ध कराने के लिए सशक्त करेगा। यह समाज में एक स्थिर लड़की-लड़का अनुपात सुनिश्चित करेगा।
यह आपका समर्थन ही होगा जो हमें शिक्षकों के लिए सम्मानजनक वेतन बनाए रखने की अनुमति देता है, जो खुद को प्रतिगामी ग्रामीण शिक्षा का एक उत्पाद है और अभी तक देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों से सीखने के लिए उत्सुक हैं।
यह आपका समर्थन ही होगा ,जो किसानों और भूमिहीन मजदूरों को राहत देता है, जो श्रमसाध्य रूप से हमें भोजन प्रदान करते हैं, लेकिन अपने बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दे सकते हैं।
यह आपका समर्थन ह ही होगा,जो हमें मोंटेसरी सीखने की सहायता, आने वाले वक़्त में पूरे भारत के गांवों से आने-जाने और परिवहन के लिए व्यवस्था करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
हम पर भरोसा करे, हमारा मकसद सामाजिक उद्देश्य है, ना कि आर्थिक लाभ कमाना।
समाज में सबसे पहले हम समाज सेवा की बात करते है। सच में समाज सेवा करना समाज व देश दोनों के लिए कितनी अच्छी बात है , बहुत सारे ऐसे अच्छे समाज सेवक है जो लोगो की गाली खा कर, लोगों द्वारा नकारा कहला कर भी , अच्छा काम करते है ,
लेकिन बहुत सारे ऐसे लोग भी है जो खुद को अपने ही नजर में दान देने वाला समझते है, जैसे कुछ तो ब्लड डोनेड करने के बाद अच्छी खासी फोटो शेयर करते है, ऐसे लोग भी अपने आपको समाज सेवक मानते है। लेकिन इंसान तब तक महान नहीं बन सकता जब तक दूसरे लोग उसे महान मान नहीं लेते।
अगर लोग समाज में है तो उसे समाज सेवा के लिए काम करना बहुत जरूरी हो जाता, क्योंकि समाज का अच्छा - बुरा लोगो पर डिपेंड करता है। आप सबने समाज सेवा या सोशल वर्कर की कहानियां ही सुन रखी होगी, लेकिन वहीं कई सारे समाज सेवक आज धोखेबाज भी हो गए है, जो लोगो के साथ साथ खुद को भी धोखा देने में लगे है। कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए भी समाज सेवा करते है, ये कितनी अजीब बात है कि लोग स्वार्थ के लिए कैसे समाज सेवा कर सकते है? लेकिन यह एक सच्चाई है यहां हर किसी की बात नहीं हो रही है । आपने भी सुन रखा होगा कि कुछ कम्पनीस गांव या शहर के विकास के लिए काम कर रही है।
आप जानते है कि कुछ जगहों पर फ्री में कम्प्यूटर, सिलाई इत्यादि काम सिखाया जाता है, लोग यह सुनकर काफी खुश हो जाते है कि ये अच्छा कार्य समाज के लिए हो रहा है, लेकिन कई बार यह स्वार्थ के लिए भी होता है। ऐसे कम्पनीज़ 2-3 साल , हम समाज की सेवा कर रहे है, ऐसा सरकार को दिखाने की कोशिश करते है, ताकि सरकार उसके काम को देखते हुए उन्हें करोड़ों का फंड दे दे और सरकार भी ऐसे लोगो के काम को पूरी तरह गहराई से पता नहीं कर पाती है ओर सरकार भी उनके जाल में फंस जाती है। वर्तमान में भी कई जगहों पर यही हो रहा है ताकि सरकार उनको कुछ सालो बाद करोड़ों का फंड दे ओर सच्चाई ये है कि पैसे मिलने के कुछ दिन बाद वो लोग भाग खड़े होंगे।
हालांकि कुछ लोग अच्छे लोग भी हैं, जो इन पैसों का उपयोग समाज के लिए करते हैं, लेकिन लोगों को ये समझ नहीं आता कि वो भरोसा किस पर करे और किस पर नहीं व सही लोग कौन हैं, कुछ लोग अच्छे समाज सेवक अच्छे लोग भी हैं जो खुद के दम पर सब कुछ करते हैं, खुद की जॉब की कमाई से लोगो की मदद करते हैं, कुछ संस्था शुरू कर अपने समाज की जिममेदारियां उठाते है।
आजकल माता-पिता कुछ ऐसी ही दुविधा से दो-चार हो रहे हैं. बच्चे को पढ़ाना भी ज़रूरी है।
ऐसे समय में जरूरतमंद बच्चो के लिए सहयोग करना चाहिए।
रोज़ी रोटी की मुसीबत में उलझे, दिन में कमाने और रात में खाने वाले लोग, पुलों के नीचे, झुग्गियों में रहने वाले, अनपढ़ लोग ये सब दूसरे हैं, अन्य हैं, अदर्स हैं. ये लोग भी 'एक भारत, साक्षर भारत' के सफ़र में शामिल हैं, आपका बोझ ढोते हैं, आपके लिए सफ़ाई करते हैं, आपके लिए सब्ज़ियां लाते हैं, लेकिन वे 'हम' नहीं हैं.
बीते कुछ महीनों से कोरोना की मार से जूझ रही पूरी दुनिया अगले छह महीने, एक साल या 10 साल में आज के मुक़ाबले कहां खड़ी होगी?
'एक भारत: साक्षर भारत' एक अभिनव पहल
गरीब बच्चों की मदद करने में हमें बहुत खुशी मिलती है उसे हम शब्दों में बयान नहीं कर सकते । गरीब जरूरतमंद बच्चे जिनके पास एक वक्त की खाने-पीने के साधन तक नहीं होते उनको देख कर के हम लोगों ने उनके लिए कुछ करने का फैसला लिया हम और हमारी पूरी समाज सेवक टीम बच्चों की मदद करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं इसके लिए हमें आप सब के सहयोग की जरूरत है ।
हमने लोकल लेवल पर गरीब बच्चों की मदद करना शुरू किया था उस वक्त हमारे पास 5 ही बच्चे थे जिन को निशुल्क शिक्षा मुहैया कराई जा रही थी और साथ ही उन को निशुल्क की पाठ्य सामग्री भी दी जाती थी ,उस वक्त कुछ लोगों ने हमारा सहयोग किया उनका हम हार्दिक अभिनंदन और स्वागत करते हैं उन लोगों ने हमारी बात लोगों तक पहुंचाई ,लोगों का धीरे-धीरे हमें सहयोग मिलने लगा , हमारे पास अभी 35 बच्चे हैं जिनको हम निशुल्क शिक्षा मुहैया करवाई जा रही है साथ ही उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है। हमने जब गरीब जरूरतमंद बच्चों की मदद करने का अभियान शुरू किया उस वक्त हम कुछ लोग थे धीरे-धीरे हमारे मिला उसका लेना शुरू किया और लोग हमें अपना उदार सहयोग देने लगे।
आपको बता दें इन सबका नतीजा यह होगा कि गरीब तबके के जो बच्चे हैं उनकी मानसिकता सुधरेगी साथ ही वही बच्चे पढ़ लिख कर के परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करके अपनी काबिलियत आगे आने वाले समय में साबित करेंगे
हमारे इस अभिनव पहल को जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है लोग खुद बच्चों की जरूरत का सामान हमारे समिति तक पहुंचा रही हैं अब हमारे पास इतना साधन है कि हम 100 बच्चों की आसानी से मदद कर सकते हैं
हमारे द्वारा इससे एक भारत साक्षर भारत अभिनव पहल को आगे लाने में लोग खुले दिल से हमारी मदद कर रहे हैं कोई उनकी पढ़ाई का खर्च उठा रहा है तो कोई उनकी पाठ्य सामग्री के लिए दान दे रहा है, ताकि गरीब जरूरतमंद बच्चों को अपने जीवन को बेहतर बनाने का मौका मिल सके अवसर मिल सके वह भी पढ़ लिख कर के कुछ काबिल बन सके।
एक भारत साक्षर भारत अभियान की शुरुआत में कुछ लोग सामने आए उनका सहयोग मिला उनका हम हार्दिक अभिनंदन स्वागत करते हैं, लोगों के सामने मैं अपनी बात रखते हैं इस प्रकार लोग खुद ही हमारी इस पहल में शामिल हो रहे हैं और हमारे कार्य की सराहना भी कर रहे हैं
आपको पता हो तो हमने छोटे पैमाने पर इस अभियान को शुरू किया था लेकिन अब हम इस पहल को इस अभियान को पूरे भारत में बढ़ाना चाहते हैं ताकि कोई भी देश के कोने कोने तक गरीब जरूरतमंद बच्चा शिक्षा से वंचित ना रह सके।
आप सबका सहयोग और प्यार अगर हमेशा ऐसा मिलता रहा हम और हमारी पूरी समिति दिन पूरे भारत में गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने में समर्थ होंगे सफल होंगे हमारा दृढ़ विश्वास है, आप हम पर भरोसा रखें।
हमें यह पहल आर्थिक लाभ कमाने के लिए नहीं की है हमें सिर्फ और सिर्फ उन जरूरतमंद बच्चों की मदद करना चाहते हैं जो असमर्थ है ,जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है उन बच्चो को हम समाज में अच्छे स्तर तक लाना चाहते हैं।
समाज सेवा का कोई विशेष क्षेत्र का पैमाना नहीं होता है। इसी संकल्प के साथ हमारा परम कर्तव्य ही बनता है कि इस संकट की घड़ी में भी हमें एक शिक्षक के ज्ञान के प्रकाश से उन गरीब बच्चों की जिंदगी को रोशन कर सकते हैं ,जो धन के अभाव में आधुनिक शिक्षा से वंचित है।
आप सबको पता है इस बार कोरोना वायरस के कारण पूरी आबादी का हर हिस्सा प्रभावित है काम धंधे रुके हैं, मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है इस बीच आ सका यही जताई जाती है कि सब हमारी की सबसे बड़ी कीमत बच्चों को चुकानी पड़ेगी
एक जानकारी के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार 4 से 6 करोड़ बच्चों को भीषण गरीबी से जूझना पड़ सकता है।
आपके द्वारा दिए गए उदार पूर्वक दान का हम उपयोग करेंगे:
1.बच्चों को ऑनलाइन क्लास मुहैया कराएंगे
तथा ऑनलाइन क्लास के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाएंगे।
2.बच्चों को पाठ्य सामग्री, बैग, बोतल और पोशाक भी दी जाएगी।
3.बच्चों के लिए क्लास के दौरान खाने-पीने की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी।
4.सभी गरीब जरूरतमंद बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा दी जाएगी तथा साथ ही उनके आने-जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था भी की जाएगी।
यह महत्वपूर्ण है कि ऐसे समय में हम एकजुटता दिखाए और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं। एक कदम समाज सेवा की ओर भारतीयों की महामारी से लड़ने के लिए अधिक जागरूक और तैयार करने के मिशन पर है। उसी के लिए फंड जुटाने के लिए हमने यह अभियान शुरू किया है।
अभी दान करें और इस धनराशि को अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें और अधिक से अधिक धन जुटाने में हमारी मदद करें और हर किसी की मदद करें।
हमें अपने काम को जारी रखने और अपना काम पूरी दक्षता के साथ करने की आवश्यकता है। हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप इन कोशिशों के समय में उदारता से दान करें और अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
Here's a quick update
{{#data}}{{{update_title}}}
No updates yet
{{/data}}No comments yet
{{/data}}